परिचय:
श्री अन्न (मिलेट्स) आवश्यक पोषक तत्वों का उत्कृष्ट स्रोत है; इन्हें 'पौष्टिक अनाज' भी कहा जाता है। भारतीय बाजरा पोषण के मामले में गेहूं और चावल से बेहतर है क्योंकि ये प्रोटीन, विटामिन और खनिजों से भरपूर होते हैं। ये ग्लूटेन-मुक्त भी होते हैं और इनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जो इन्हें सीलिएक रोग या मधुमेह वाले लोगों के लिए आदर्श बनाता है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा बाजरा उत्पादक है, जिसकी हिस्सेदारी दुनिया के उत्पादन में 38.4% है (FAO, 2023)।
उत्पादन:
FY24 भारतीय श्री अन्न (मिलेट्स) उत्पादन में ज्वार (Sorghum) , पर्ल बाजरा (Pearl Millet), रागी (Finger Millet), सांवा/बार्नयार्ड (Barnyard Millet), चीना/प्रोसो (Proso Millet), कोडो (Kodo Millet), कुट्टू का आटा (Buckwheat), चौलाई (आमरन्तुस्) और कंगनी/फॉक्सटेल (आमरन्तुस्) शामिल हैं। विभिन्न राज्यों में राजस्थान सबसे बड़ा उत्पादक है, उसके बाद उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र हैं।
क्षेत्रफल:
सभी राज्यों में, राजस्थान ने बाजरे की खेती के अंतर्गत सबसे बड़ा क्षेत्रफल कवर किया है, उसके बाद कर्नाटक, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, गुजरात, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और उत्तराखंड का स्थान है। वित्त वर्ष 24 के दौरान भारत में बाजरे के अंतर्गत कुल क्षेत्रफल इस प्रकार है:
वित्त वर्ष 24 में उत्पादन (मिलियन मीट्रिक टन) | वित्त वर्ष 24 में खेती के अंतर्गत क्षेत्रफल (मिलियन हेक्टेयर) | |
श्री अन्न (मिलेट्स) | 15.38 | 12.19 |
निर्यात:
बाजरे का निर्यात यूएई, सऊदी अरब, नेपाल, यूएसए, सेनेगल, जर्मनी, जापान आदि को किया जाता है। भारतीय बाजरे के निर्यात की प्राप्ति इस प्रकार थी:
वित्त वर्ष 24 में निर्यात की मात्रा (लाख मीट्रिक टन) | वित्त वर्ष 24 में निर्यात किया गया (मिलियन अमरीकी डॉलर) | |
श्री अन्न (मिलेट्स) | 1.46 | 70.89 |