परिचय:
अखरोट (जुगलन प्रजाति) देश का सबसे महत्वपूर्ण शीतोष्ण अखरोट फल है। भारत में अखरोट अलग-अलग आकार और आकृति में पाए जाते हैं। भारतीय अखरोट को 4 श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है, जैसे कि कागज़ के छिलके वाले, पतले छिलके वाले, मध्यम छिलके वाले और कठोर छिलके वाले। अखरोट 900 से 3000 की ऊँचाई पर पनपते हैं।
किस्में: जम्मू और कश्मीर में लेक इंग्लिश, ड्रेनोव्स्की और ओपेक्स कॉल्च्री, हिमाचल प्रदेश में गोबिंद, यूरेका, प्लेसेंटिया, विल्सन, फ्रैंक्वेटफे और कश्मीर बडेड और उत्तराखंड में चकराता सिलेक्शन।
उत्पादन और क्षेत्र:
भारत में प्रमुख उत्पादक राज्य जम्मू और कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और अरुणाचल प्रदेश हैं। अखरोट के कुल क्षेत्रफल और उत्पादन में जम्मू और कश्मीर का सबसे बड़ा हिस्सा है। खेती और उत्पादन के तहत कुल क्षेत्रफल नीचे दी गई तालिका में दिया गया है (स्रोत: एनएचबी, 2023-24 प्रथम अग्रिम अनुमान)।
वित्त वर्ष 24 में उत्पादन (मीट्रिक टन) (000) | वित्त वर्ष 24 में खेती के अंतर्गत क्षेत्रफल (000 हेक्टेयर) | |
अखरोट | 329 | 109 |
निर्यात: देश ने वर्ष 2023-24 के दौरान दुनिया को अखरोट का निर्यात किया है, जैसा कि नीचे दी गई तालिका में दर्शाया गया है।
निर्यात मात्रा वित्त वर्ष 24 (मीट्रिक टन) | वित्त वर्ष 24 में निर्यात किया गया (मिलियन अमेरिकी डॉलर) | |
अखरोट | 638.07 | 2.41 |
प्रमुख निर्यात गंतव्य (2023-24): ईरान, संयुक्त अरब अमीरात, जर्मनी, चिली, सिंगापुर, भूटान, सेशेल्स और दक्षिण अफ्रीका।