परिचय:
दालें अपनी उच्च प्रोटीन सामग्री के कारण विश्व स्तर पर महत्वपूर्ण खाद्य फसलों में से एक हैं। दालें भारत में फसलों का एक महत्वपूर्ण समूह हैं, जो निर्यात के एक बड़े हिस्से की राशि के रूप में बड़े वित्तीय लाभ अर्जित करने के लिए भी जिम्मेदार हैं। दालें आहार में प्रोटीन का प्रमुख स्रोत हैं। सभी श्रेणियों के लोगों के लिए, दालें भारतीय आहार का एक अभिन्न अंग हैं, जो कार्बोहाइड्रेट युक्त आहार में बहुत आवश्यक प्रोटीन प्रदान करती हैं। भारत दुनिया में दालों का सबसे बड़ा उत्पादक है। दालों में वजन के हिसाब से 20 से 25 प्रतिशत प्रोटीन होता है जो गेहूं की प्रोटीन सामग्री से दोगुना और चावल की तुलना में तीन गुना है। प्रमुख दालों में चना, अरहर, मूंग, उड़द, मसूर, मटर और विभिन्न प्रकार की फलियाँ उगाई जाती हैं। उपग के अनुसार, वित्त वर्ष 2024 में भारत का कुल दालों का उत्पादन 244.93 लाख टन था।
खेती के क्षेत्र:
दलहन की खेती के प्रमुख क्षेत्र मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल डेल्टा क्षेत्र, तमिलनाडु, केरल और महाराष्ट्र के कुछ हिस्से हैं।
निर्यात:
देश ने वर्ष 2023-24 के दौरान दुनिया को दालों का निर्यात किया है, जैसा कि नीचे दी गई तालिका में दिखाया गया है। (स्रोत: DGCIS)।
वित्त वर्ष 2024 में निर्यात (मीट्रिक टन) | वित्त वर्ष 2024 में निर्यात (मिलियन अमरीकी डॉलर) | |
दालें | 626,653.80 | 686.90 |
प्रमुख निर्यात गंतव्य (2023-24): बांग्लादेश, चीन, यूएई, यू.एस.ए. और श्रीलंका। (स्रोत: DGCIS)।