भारत चावल, गेहूँ और अन्य अनाजों का दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। वैश्विक बाजार में अनाज की भारी मांग भारतीय अनाज उत्पादों के निर्यात के लिए एक बेहतरीन माहौल बना रही है। 2008 में भारत ने घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिए चावल और गेहूँ आदि के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। अब वैश्विक बाजार में भारी मांग और देश के अधिशेष उत्पादन को देखते हुए भारत ने प्रतिबंध हटा लिया है, लेकिन इस वस्तु के सीमित मात्रा में ही निर्यात की अनुमति है।
चावल, गेहूँ, मक्का, जौ और बाजरा सहित भारत के अनाज अपनी असाधारण गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं, जो उन्हें वैश्विक बाजार में अत्यधिक प्रतिस्पर्धी बनाता है।