पशु उत्पाद की भारत के सामाजिक - आर्थिक जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका है। यह दूध, मांस और अंडे जैसे पशु उत्पादों की उच्च गुणवत्ता का विपुल स्त्रोत है। भारत वर्ष 2022 तक विश्व के कुल दूध उत्पादन में 24 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश बनकर उभरा है। वर्ष 2021 में वैश्विक अंडा उत्पादन में भारत का योगदान लगभग 7.25 प्रतिशत रहा और वर्ष 2019 में 109.85 मिलियन भैंसों, 148.88 मिलियन बकरियों और 74.26 मिलियन भेड़ों के साथ, दुनिया में दुधारू पशुओं की सबसे बड़ी आबादी भारत में है। वर्ष 2012 से 2019 के दौरान भेड़ों में सबसे अधिक 14.13 प्रतिशत की वृद्धि दर दर्ज की गई, जिसके बाद बकरी में 10.14 प्रतिशत और भैंस में 1.06 प्रतिशत की वृद्धि दर दर्ज की गई। पशु उत्पादों के निर्यात का भारतीय कृषि क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण और सार्थक योगदान है। पशु उत्पादों के निर्यात में भैंस का मांस, भेड़/ बकरी का मांस, कुक्कुट उत्पाद, पशु खालें, दूध और दूध उत्पाद और शहद आदि शामिल हैं।
वर्ष 2023-24 में भारत में पशु उत्पाद का निर्यात 37,665.51 करोड़ रुपए/ 4,543.52 मिलियन अमरीकी डॉलर था जिसके प्रमुख उत्पादों में भैंस का मांस (31010.10 करोड़ रुपए/ 3740.53 मिलियन अमरीकी डॉलर), भेड़ / बकरी का मांस (643.55 करोड़ रुपए / 77.68 मिलियन अमरीकी डॉलर), अन्य मांस (6.82 करोड़ रुपए / 0.82 मिलियन अमरीकी डॉलर), कुक्कुट उत्पाद (1530.20 करोड़ रुपए/ 184.58 मिलियन डॉलर), डेयरी उत्पाद (2260.94 करोड़ रुपए / 272.64 मिलियन अमरीकी डॉलर), पशु की खाल (399.21 करोड़ रुपए / 48.12 मिलियन अमरीकी डॉलर), प्रसंस्कृत मांस (20.55 करोड़ रुपए/ 2.48 मिलियन अमरीकी डॉलर), केसिन (150.24 करोड़ रुपए/ 18.22 मिलियन अमरीकी डॉलर), एल्ब्यूमिन (अंडा और दूध) (173.06 करोड़ रुपए/ 20.93 मिलियन अमरीकी डॉलर) और प्राकृतिक शहद (1470.84 करोड़ रुपए/ 177.52 मिलियन अमरीकी डॉलर) शामिल हैं (स्रोत-डीजीसीआईएस)।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भारतीय भैंस के मांस की मांग ने मांस निर्यात में अचानक वृद्धि की है। वर्ष 2023-24 में भारत से कुल पशु उत्पादों के निर्यात में भैंस के मांस का योगदान 82% से अधिक रहा। भारतीय भैंस के मांस और अन्य पशु उत्पादों के मुख्य बाजार मलेशिया, वियतनाम, मिस्र, इंडोनेशिया और संयुक्त अरब अमीरात हैं। (स्रोत-डीजीसीआईएस)।