दालें
उच्चप्रोटीन के कारण दालें विश्व की एक महत्वपूर्ण खाद्य फसल है। दालें भारत में फसल का महत्वपूर्ण समूह है। निर्यात के बड़े भाग के तौर पर भी यह काफी वित्तीय लाभदायक है। दालें खाने में प्रोटीन का मुख्य स्त्रोत है। भारत में दालें सभी वर्ग के व्यक्तियों के खाने का मुख्य हिस्सा है जोकि कार्बोहाइड्रेट परिपर्ण खाने में प्रोटीन उपलब्ध कराती है। भारत विश्व में दालों का बड़ा उत्पादक है। दालों में भार का 20 से 25 प्रतिशत प्रोटीन होता है जो कि गेहूं के प्रोटीन से दुगना है और चावल के प्रोटीन से तीन गुना है।


किस्में :
देश में प्रमुख दालें उगाई जाती है जैसे छोला (चना), अरहर (तुअर या अरहर), मूंग दाल, उड़द दाल, मसूर दाल, मटर और विभिन्न किस्म की दालें ।

खेती के क्षेत्र :
उच्च उत्पादकता वाले क्षेत्र पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल डेल्टा क्षेत्र, तटीय आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, केरल, तटीय और पूर्वी कर्नाटक और महाराष्ट्र के कुछ भाग।

भारत तथ्य और आंकड़े :
देश ने वर्ष 2022-23 के दौरान 5,397.86 करोड़ रुपए/ 672.31 मिलियन अमरीकी डॉलर कीमत की 775,024.48 मीट्रिक टन दालों का विश्व भर को निर्यात किया है।

प्रमुख निर्यात गंतव्य (2022-23): बांग्लादेश, चीन, संयुक्त अरब अमीरात, संयुक्त राज्य अमरीका और नेपाल ।