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प्रसंस्कृत फल, जूस और मेवेः |
भारत में फल और सब्जी प्रसंस्करण उद्योग व्यापक उद्यमों के साथ भारी विकेन्द्रीकृत है। विविध कृषि-जलवायु क्षेत्र से भारत में सामूहिक फल एवं हरी सब्जियों की लगभग सभी खेती को बढ़ावा देना संभव है। भारत विश्व में ताजे फल का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है (चीन के बाद दूसरे स्थान पर) और विश्व में ताजे फल का करीब 12 प्रतिशत उत्पादक (स्रोतः एफएओ 2021) है। उदारता और फल एवं सब्जी उत्पाद से सीमा वापसी से इस उद्योग की वृद्धि दर में महत्वपूर्ण बढ़त हुई है। विश्व का 912.22 मिलियन टन फल उत्पादन (स्रोतः एफएओ) में, वर्ष 2021 में भारत का 107.85 मिलियन टन है।
इस उप-शीर्ष के तहत वैयक्तिक उत्पाद इस प्रकार से हैंः
सेब का रस |
किशमिश (सूखे अंगूर) |
सेम आवरित |
चेरी |
तली हुई चिप्स |
सूखे सेब |
सूखे खुबानी, आलूबुखारा, चेरी |
आम का स्क्वैश |
कच्चे या पके हुए फल और मेवे |
अंगूर का रस |
चकोतरा का रस |
सेब की जैम जेली |
अन्य फलों के जैम और जेली |
आम का रस |
नींबू का रस |
जैतून |
अनन्नास का रस |
तैयार/संरक्षित आड़ू |
टमाटर का रस |
तैयार या संरक्षित टमाटर |
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भारत तथ्य और आकड़ें : देश ने वर्ष 2022-23 के दौरान 4,754.83 करोड़ रुपए / 590.21 मिलियन अमरीकी डॉलर मूल्य के 388,207.95 मीट्रिक टन प्रसंस्कृत फलों और सब्जियों का निर्यात किया है। स्रोतः डीजीसीआईएस
प्रमुख निर्यात गंतव्य (2022-23): नीदरलैंड, संयुक्त राज्य अमरीका, सउदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और रूस। स्रोतः डीजीसीआईएस |
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