|
|
प्रसंस्कृत फल, जूस और मेवेः |
भारत में फल और सब्जी प्रसंस्करण उद्योग व्यापक उद्यमों के साथ भारी विकेन्द्रीकृत है। विविध कृषि-जलवायु क्षेत्र से भारत में सामूहिक फल एवं हरी सब्जियों की लगभग सभी खेती को बढ़ावा देना संभव है। भारत विश्व में ताजे फल का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है (चीन के बाद दूसरे स्थान पर) और वर्ष 2022 में विश्व में ताजे फल का करीब 12 प्रतिशत उत्पादक (स्रोतः एफएओ) है। उदारता और फल एवं सब्जी उत्पाद से सीमा वापसी से इस उद्योग की वृद्धि दर में महत्वपूर्ण बढ़त हुई है। वर्ष 2022 में विश्व का 935.59 मिलियन टन फल उत्पादन (फल प्राथमिक स्रोतः एफएओ) में वर्ष 2022 में भारत का 111.59 मिलियन टन है।
इस उप-शीर्ष के तहत वैयक्तिक उत्पाद इस प्रकार से हैंः
सेब का रस |
|
सेम आवरित |
|
तली हुई चिप्स |
संरक्षित शतावरी |
सूखे खुबानी |
सुखी चेरी |
कच्चे या पके हुए फल और मेवे |
सेब |
चकोतरा का रस |
फल एवं मेवे |
अन्य फलों के जैम और जेली |
आम का रस |
नींबू का रस |
सेब की जैम जेली |
अनन्नास का रस |
जैतून |
टमाटर का रस |
स्वीट कॉर्न |
आम का रस |
तैयार या संरक्षित टमाटर |
|
ककड़ी / खीरा (तैयार / संरक्षित) |
|
भारत तथ्य और आकड़ें : देश ने वर्ष 2023-24 के दौरान 5,659.47 करोड़ रुपए / 682.58 मिलियन अमरीकी डॉलर मूल्य के 489,216.32 मीट्रिक टन प्रसंस्कृत फलों और सब्जियों का निर्यात किया है। (स्रोतः डीजीसीआईएस)
प्रमुख निर्यात गंतव्य (2023-24) : संयुक्त राज्य अमेरिका, नीदरलैंड, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और रूस। (स्रोतः डीजीसीआईएस) |
|
|
|
|
|