भारत दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा प्याज उत्पादन देश है। भारतीय प्याज उनके तीखेपन के लिए मशहूर हैं और पूरे वर्ष दौरान उपलब्ध रहता हैं। भारतीय प्याज की दो फसल चक्र है,पहली कटाई जो नवंबर से जनवरी में शुरू होती है और दूसरी कटाई जनवरी से मई तक होती है।
किस्में :
भारत में पाए जाने वाली प्रमुख किस्मों में एग्रीफाउंड गहरे लाल, एग्रीफाउंड हल्के लाल,एन.एच.आर.डी.एफ. लाल,एग्रीफाउंड सफेद,एग्रीफाउंड गुलाब और एग्रीफाउंड रेड, पूसा रतनार, पूसा रेड, पूसा व्हाइट गोल हैं। कुछ पीले प्याज की किस्में ताना एफ 1, अरद-एच,सुप्रेक्स, ग्रेनेक्स 55, एच ए 60 और ग्रेनेक्स 429 जो कि यूरोपीय देशों में निर्यात के लिए उपयुक्त हैं।
खेती के क्षेत्र :
मुख्य प्याज उत्पादक राज्यों में महाराष्ट्र, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, गुजरात, बिहार, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और तेलंगाना हैं। वर्ष 2023-24 (दूसरा अग्रिम अनुमान) में प्याज उत्पादन में महाराष्ट्र 35% की हिस्सेदारी के साथ पहले स्थान पर है, उसके बाद 17% की हिस्सेदारी के साथ मध्य प्रदेश है।
भारत तथ्य और आंकड़े :
अखिल विश्व में भारतीय प्याज की काफी मांग है। देश ने वर्ष 2023-24 के दौरान, 1,717,439.35 मीट्रिक टन ताजा प्याज का निर्यात विश्वभर में किया किया और 3,922.78 करोड़ रुपये/ 473.72 मिलियन अमरीकी डॉलर अर्जित किए।
उत्पादन क्षेत्रों में गुणवत्ता प्याज की छँटाई, ग्रेडिंग और पैकिंग के लिए आधुनिक पैकहाउस उपलब्ध हैं। दिशानिर्देश चिह्नित कीटनाशकों के लिए अधिकतम अवशेषों के स्तर (एम.आर.एल.) के साथ अनुपालन निर्धारित करने के लिए तैयार की गई है। गुणवत्ता वाले प्याज की पहचान के लिए ग्रेड पदनाम और गुणवत्ता के विकास मापदंडों का भी गठन किया गया है।
प्रमुख निर्यात गंतव्य (2023-24): बांग्लादेश, मलेशिया, संयुक्त अरब अमीरात, श्रीलंका, नेपाल और इंडोनेशिया।
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